Success Story: वो शख्स जो बने दो बार IPS और फिर IAS अधिकारी, ऐसी है कार्तिक की कहानी
IAS Kartik Jivani: आईएएस कार्तिक जीवाणी की सक्सेस स्टोरी काफी रोचक है। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के कई अटेंप्ट दिए और हर बार सफल भी हुए। वे आईएएस ऑफिसर बनने के अपने लक्ष्य को लेकर काफी स्पष्ट थे और उसकी तैयारी में लगे रहे। गुजरात के रहने वाले कार्तिक जीवाणी पढ़ाई में काफी होशियार थे। आईपीएस ऑफिसर बनने के बाद उन्होंने उसकी ट्रेनिंग भी शुरू कर दी थी। लेकिन उनके मन में फिर भी आईएएस बनने की ललक थी और उन्होंने अपना सपना पूरा भी कर लिया। जानिए आईएएस कार्तिक जीवाणी की सक्सेस स्टोरी।
आईएएस कार्तिक जीवाणी ने 8वीं तक की पढ़ाई गुजराती भाषा में की थी। उसके बाद उन्होंने इंग्लिश मीडियम स्कूल में एडमिशन लिया था। 12वीं पास करने के बाद वे जेईई परीक्षा में शामिल हुए थे। उसमें सफल होकर उन्होंने आईआईटी मुंबई में मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लिया था। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान कार्तिक ने यूपीएससी परीक्षा में शामिल होकर सिविल सर्विस में जाने का फैसला कर लिया था। साल 2016 से कार्तिक ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। साल 2017 में पहले अटेंप्ट में वे असफल हो गए थे। इसके बाद वे 2 सालों तक कड़ी मेहनत से तैयारी करते रहे। साल 2019 में कार्तिक ने दूसरी बार यूपीएससी परीक्षा दी और उसमें सफल भी हो गए।
इस परीक्षा में कार्तिक ने ऑल इंडिया लेवल पर 94वीं रैंक हासिल की थी। लेकिन उनका चयन आईएएस के लिए नहीं हो सका था। वे मात्र दो रैंक से आईएएस बनने से रह गए थे। इस अटेंप्ट में उनका चयन एक आईपीएस अधिकारी के तौर पर हो गया था। उन्होंने इसकी ट्रेनिंग भी शुरू कर दी थी लेकिन साथ ही आईएएस बनने के लिए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी करते रहे। कार्तिक जीवाणी ने ट्रेनिंग के दौरान तीसरी बार परीक्षा देने का मन बनाया। इसमें (2019) उन्होंने ऑल इंडिया 84वीं रैंक हासिल की थी। फिर साल 2020 में अपने चौथे प्रयास में उन्होंने 8वीं रैंक हासिल की थी। इसके साथ ही वे आईएएस बन गए थे। उनके पिता के मुताबिक, वे IPS ट्रेनिंग से 15 दिनों की छुट्टी लेकर यूपीएससी परीक्षा में शामिल होने के लिए गए थे।