वो IPS जो जिद में बनी IAS, ऐसी धाकड़ है
कहते हैं कि मन में लगन, और विश्वास मजबूत हो तो कोई भी काम असंभव नहीं… ऐसा ही कुछ रोचक किस्सा है एक महिला अफसर की कहानी… मध्य प्रदेश के खरगोन की गरिमा ने यूपीएससी पास करके पहले ही प्रयास में आईपीएस रैंक हासिल कर सफलता हासिल की थी
कहते हैं कि मन में लगन, और विश्वास मजबूत हो तो कोई भी काम असंभव नहीं… ऐसा ही कुछ रोचक किस्सा है एक महिला अफसर की कहानी… मध्य प्रदेश के खरगोन की गरिमा ने यूपीएससी पास करके पहले ही प्रयास में आईपीएस रैंक हासिल कर सफलता हासिल की थी… लेकिन उसका एक अलग टारगेट और जिद थी… लिहाजा जिद्दी गरिमा ने फिर से तैयारी की और दूसरे प्रयास में IAS बनने के अपने सपने को पूरा किया… गरिमा ने अपनी स्कूली शिक्षा खरगोन के सरस्वती विद्या मंदिर से की… वो बचपन से ही तेज तर्रार और होशियार थीं… बड़ी बहन प्रीति अग्रवाल ने भी 2013 में भारतीय डाक सेवा की परीक्षा पास की थी… UPSC सिविल सेवा परीक्षा में बैठने से पहले गरिमा ने IIT हैदराबाद से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की… इसके बाद उन्होंने जर्मनी में इंटर्नशिप पूरी की… गरिमा ने अपने पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 240वीं रैंक हासिल की… लेकिन जिद्दी स्वभाव की गरिमा की मंजिल कहीं और थी… बस फिर क्या था गरिमा ने दोबारा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी… और अपने दूसरे ही प्रयास में 40वीं रैंक हासिल की और साल 2018 में आईएएस अधिकारी बनने के अपने सपने को पूरा किया
मेहनत और लगन से आईएएस गरिमा कहती हैं कि सफलता का कोई शॉटकट नहीं होता… सफलता पाने के लिए पसीना बहाना पड़ता है… तैयारी कर रहे छात्रों को टिप्स देते हुए गरिमा कहती हैं कि यूपीएससी प्री और मेन परीक्षा में एक जैसे सवाल आ सकते हैं… इसलिए रिवीजन जरूरी है… केवल किताबें इक्ठ्ठा करने से ही सफलता नहीं मिलती है… बल्कि उसका अध्ययन साथ ही उत्तर लिखने के अभ्यास की स्पीड बढ़ाना बेहद जरूरी है… किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए सबसे जरूरी चीज है ‘धैर्य और निरंतरता… साथ ही सबसे जरूरी की आप उन लोगों के संपर्क में रहें जिनसे आपको प्रेरणा और सकारात्मक ऊर्जा मिलती रहे… निगेटिव विचारों वाले लोगों से दूर रहना ही बेहतर है… असफलता या सफलता दोनों ही हमारे दिमाग में होती है… अगर हम ठान लें तो कुछ भी हासिल कर सकते हैं… तो ये थी एक जिद्दी महिला अफसर की कहानी जिसे उसकी जिद ने सफलता की मंजिल पर पहुंचा दिया