परिवार था खिलाफ, घर में रहकर ऐसे की UPSC Exam की तैयारी, पहले ही प्रयास में मिला 8वां रैंक; बनीं IAS अधिकारी
IAS Vandana Singh Chauhan: संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी के लिए स्टूडेंट्स सालों-साल तक मेहनत करते हैं और फिर भी सफलता नहीं मिल पाती है, लेकिन कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो बिना कोचिंग के घर पर रहकर एग्जाम क्लिकर कर लेते हैं। ऐसी ही कहानी हरियाणा के नसरुल्लागढ़ की रहने वाली वंदना सिंह चौहान है, जिन्होंने परिवार के विरोध के बावजूद यूपीएससी एग्जाम में सफलता हासिल की और 8वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनने का सपना पूरा किया।
वंदना मूलरूप से हरियाणा के नसरूल्लागढ़ की रहने वाली हैं। उनका जन्म संयुक्त परिवार में हुआ था। वहीं, आसपास की पृष्ठभूमि की वजह से परिवार को बेटी के अधिक पढ़ने पर भी शिकायत थी। लेकिन, उनके पिता महिपाल सिंह चौहान ने उन्हें मुरादाबाद स्थित गुरूकुल में भेज दिया, जहां से उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। वंदना को बाहर पढ़ने भेजने के बात से उनके रिश्तेदार (दादा, ताऊ और चाचा समेत परिवार के सदस्य) खिलाफ हो गए थे। 12 वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद वंदना ने घर से ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
शुरुआत में वंदना 12-14 घंटे पढाई किया करती थी। पढ़ाई के दौरान नींद अधिक न आए इसलिए वंदना ने अपने कमरे में कूलर लगाने से भी मना कर दिया था। वंदना ने अपनी पूरी तैयारी होने के बाद साल 2012 में पहला प्रयास किया और वह प्रीलिम्स की परीक्षा को पास कर गई। इसके बाद उन्होंने मेंस का और अच्छे से रिविजन किया और उन्होंने मेंस की परीक्षा में भी सफलता पाई। साथ ही इंटरव्यू में भी उन्होंने बेहतर प्रदर्शन करते हुए आठवीं रैंक प्राप्त की और IAS अधिकारी बन गई।