जब IPS ने पहनी सिपाही की वर्दी तो पटरी पर दौड़ी कानून व्यवस्था

वर्दी मान है… सम्मान है… अभिमान है… कानून व्यवस्था को पटरी पर कैसे लाया जाता है इस आईपीएस से सीखिए… ये न तो सिंघम हैं… न इनके सिक्स पैक एब्स हैं… और न ही ब्यूटीफुल पर्सनालिटी… लेकिन काम करने का तरीका ऐसा कि अच्छे अच्छे पुलिस अधिकारियों को जनाब से ट्यूशन लेनी पड़े

वर्दी मान है… सम्मान है… अभिमान है… कानून व्यवस्था को पटरी पर कैसे लाया जाता है इस आईपीएस से सीखिए… ये न तो सिंघम हैं… न इनके सिक्स पैक एब्स हैं… और न ही ब्यूटीफुल पर्सनालिटी… लेकिन काम करने का तरीका ऐसा कि अच्छे अच्छे पुलिस अधिकारियों को जनाब से ट्यूशन लेनी पड़े… अक्सर पुलिस के कामकाज को लेकर अलग-अलग तरह के सवाल उठाए जाते हैं… उनके काम करने के तरीकों को लेकर कई तरह की बातें होती हैं… लेकिन इन सबके बीच कुछ पुलिस अफसर ऐसे भी हैं जो पूरी शिद्दत से अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं… उत्तर प्रदेश के झांसी में बतौर एसपी जीआरपी तैनात मोहम्मद इमरान भी ऐसे ही अफसर हैं… रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा की जमीनी हकीकत जानने के लिए ये सिपाही की ड्रेस पहनकर स्टेशन पहुंचे और चढ़ गए ट्रेन का जायजा लेने… जब ये बात सामने आई तो हर किसी का हैरत में पड़ना लाजिमी था… ट्रेन की जनरल बोगी में यात्रा के दौरान सवारियों की मात्रा देखकर अच्छे – अच्छों के पसीने छूट जाते हैं… वहां एक आईपीएस अधिकारी सिपाही की वर्दी में रेलवे स्टेशन की जमीनी हकीकत जानने निकला था… आप तो जानते होंगे भारतीय रेल की जनरल बोगी में कुछ लोग बैठे होते हैं… कुछ खड़े होते हैं और जिनको जगह नहीं मिलती वो बर्थ के नीचे पड़े होते हैं… ऐसे में एक आईपीएस का सिपाही की वर्दी में ट्रेन में यात्रा करना जीआरपी के मनोबल को माउंट एवरेस्ट पर ले जाता है…

ट्रेनों की सुरक्षा को लेकर जीआरपी मुख्यालय हमेशा कड़ी कवायद करता है… ऐसे में ट्रेनों में एस्कॉर्ट करने के लिए सिपाहियों को जीआरपी साधन संसाधन से लैस करता रहता है… लेकिन बावजूद इसके ट्रेनों में यदा-कदा घटनाएं होती रहती हैं… ऐसे में झांसी में बतौर एसपी जीआरपी तैनात मोहम्मद इमरान ने एक अनूठा प्रयोग किया… ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था की जमीनी पड़ताल के लिए खुद को आईपीएस से जीआरपी का सिपाही बना लिया… सिपाही बनकर दो ट्रेनों का आईपीएस अधिकारी मोहम्मद इमरान ने जीआरपी एस्कॉर्ट किया… दो ट्रेनों को जीआरपी सिपाही बनकर बीना तक ले गए… बतौर सिपाही एस्कॉर्ट करने के लिए एसपी जीआरपी मोहम्मद इमरान सबसे पहले शान ए भोपाल ट्रेन में एस्कॉर्ट करते हुए ट्रेन को बीना तक ले गए… इस दौरान एसपी जीआरपी ने सिपाही बनकर यात्रियों से उनकी सुरक्षित यात्रा को लेकर जानकारी ली… इसके अलावा लंबी दूरी की गाड़ियों में ट्रेनों के दरवाजों को भी एसपी जीआरपी ने बंद किया… साथ ही उन्होंने बॉडी वन कैमरा भी पहना… बीना आने के बाद दूसरी ट्रेन मंगला लक्षद्वीप को भी जीआरपी एस्कॉर्ट बनकर बीना से झांसी तक लाए…एसपी जीआरपी मोहम्मद इमरान का कहना है कि ट्रेनों में कभी-कभी होने वाली घटनाओं को रोकने के साथ-साथ ट्रेनों में सपोर्ट करने वाले जीआरपी के सिपाहियों की मुस्तैदी को परखने को लेकर इस तरह के प्रयोग करना जरूरी है… इस दौरान ट्रेनों में सुरक्षा को लेकर तमाम अन्य जरूरी बातें भी समझ में आती हैं… आईपीएस मो. इमरान का ये प्रयोग निश्चित रूप से सराहनीय है और बिगड़ी व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जरूरी भी

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