IAS और IPS में कौन होता है पावरफुल, किसके पास हैं ज्यादा अधिकार ?

दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे हैं आईएएस और आईपीएस में क्या फर्क होता है और दोनों में होता है कौन ज्यादा पावरफुल… देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली परीक्षा यूपीएससी को क्वालीफाई करने के बाद उम्मीदवारों का चयन इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS) और इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) पद के लिए होता है

दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे हैं आईएएस और आईपीएस में क्या फर्क होता है और दोनों में होता है कौन ज्यादा पावरफुल… देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली परीक्षा यूपीएससी को क्वालीफाई करने के बाद उम्मीदवारों का चयन इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS) और इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) पद के लिए होता है… हर साल लाखों की संख्या में उम्मीदवार सिविल सेवा की परीक्षा में भाग लेते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही अपने लक्ष्य तक पहुंच पाते हैं
और बचे हुए फिर से तैयारी में लग जाते हैं… आईएएस और आईपीएस देश के प्रतिष्ठित पदों में से एक हैं और इन दोनों के अधिकार और कार्य क्षेत्र अलग-अलग होते हैं… आज इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि आईएएस (IAS) और आईपीएस(IPS) दोनों अधिकारियों के बीच सबसे पावरफुल कौन होता है और दोनों में क्‍या अंतर है

यूपीएससी मेंस एग्जाम का रिजल्ट आने के बाद उम्मीदवार को एक डिटेल एप्लीकेशन फॉर्म (DAF) भरना होता है… जिसके आधार पर पर्सनैलिटी टेस्ट होता है… फॉर्म में भरी गई जानकारियों के बेस पर ही इंटरव्यू में सवाल पूछे जाते हैं… इंटरव्यू में मिले नंबर को जोड़कर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है… और इसी के आधार पर ऑल इंडिया रैंकिंग तय की जाती है… रैंकिंग के आधार पर आईएएस, आईपीएस या आईएफएस रैंक दी जाती है… टॉप की रैंक वालों को
आईएएस मिलता है… लेकिन कई बार टॉप रैंक पाने वालों का प्रेफरेंस IPS या IRS होता है तो निचली रैंक वालों को भी IAS की पोस्ट मिल सकती है… इसके बाद की रैंक वालों को आईपीएस और आईएफएस पोस्ट मिलती है

आईएएस और आईपीएस के लिए चुने जाने के बाद इनकी ट्रेनिंग की शुरुआत मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में फाउंडेशन कोर्स से होती है… जिसमें सिविल सेवा के लिए चुने गए सभी कैंडिडेट्स की तीन महीने की ट्रेनिंग दी जाती है… इस कोर्स में बेसिक एडमिनिस्ट्रेटिव स्किल सिखाए जाते हैं… जिन्हें जानना हर सिविल सेवा अधिकारी के लिए जरूरी होता है… एकेडमी के अंदर कुछ खास एक्टिविटीज कराई जाती हैं… जिसमें मेंटल
और फिजिकल मजबूती के लिए हिमालय की कठिन ट्रैकिंग एक है… इसके अलावा सभी अफसरों के लिए इंडिया डे का आयोजन किया जाता है… जिसमें सभी को अपने-अपने राज्य की संस्कृति का प्रदर्शन करना होता है… इसके अलावा अधिकारियों को विलेज विजिट की ट्रेनिंग भी दी जाती है… इस दौरान अफसरों को देश के किसी दूर-दराज के गांव में जाकर 7 दिन रहना होता है… जिससे उन्हें गांव की जिंदगी के हर पहलू को बारीकी से समझने का मौका मिलता है… इस दौरान
उनका गांव के लोगों के अनुभव और उनकी समस्याओं से सामना होता है

चलिए अब आपको बताते हैं आईएएस और आईपीएस को कौन सी जिम्मेदारियां दी जाती हैं… आईएएस अधिकारियों की जिम्मेदारियों में एक क्षेत्र/जिले/विभाग का प्रशासन शामिल होता है… उन्हें अपने संबंधित क्षेत्रों के विकास के लिए प्रस्ताव बनाने की आवश्यकता होती है और उन्हें सभी नीतियों को लागू करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए जरूरी पावर दी जाती हैं… जबकि आईपीएस अधिकारियों को अपराध की जांच करनी होती है और उस क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखना होता है… जहां उनकी तैनाती होती है… बता दें कि एक आईएएस अफसर का कोई ड्रेस कोड नहीं होता और वो फॉर्मल ड्रेस में रहते हैं… वहीं आईपीएस अधिकारी ड्यूटी के दौरान वर्दी पहनते हैं… आईएएस अधिकारी को पोस्ट के मुताबिक, बॉडीगार्ड मिलते हैं… जबकि आईपीएस के साथ पूरी पुलिस फोर्स चलती है

आईएएस और आईपीएस की जिम्मेदारियां और पावर बिल्कुल अलग होती हैं… आईएएस अधिकारियों को कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय नियंत्रित करती है… वहीं दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्रालय आईपीएस कैडर को नियंत्रित करता है… आईएएस अधिकारी का वेतन आईपीएस अधिकारी की तुलना में अधिक होता है… इसके साथ ही, एक क्षेत्र में केवल एक आईएएस अधिकारी होता है जबकि एक क्षेत्र में आईपीएस अधिकारी की संख्या जरूरत के
हिसाब से होती है… कुल मिलाकर, आईएएस अधिकारी का पद… वेतन और अधिकार के मामले में एक आईपीएस अधिकारी से बेहतर होता है

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