Success story: एनकाउंटर स्पेशलिस्ट IPS की कहानी, जिसने माफिया अतीक समेत यूपी के गुंडों की मिटा कर रख दी हस्ती
IPS Amitabh Yash: उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहे जाने वाले अमिताभ यश से बड़ा से बड़ा माफिया खौफ खाता है। अमिताभ यश के हाथ एक और सफलता गुरुवार को हाथ लगी है। प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेशपाल हत्याकांड में शामिल माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम को मार गिराया है। अमिताभ यश के पहुंचने से ही माफियाओं को डर लगने लगता है। उमेशपाल हत्याकांड की जिम्मेदारी अमिताभ यश को मिलते ही अतीक का डर साफ नजर आने लगा था। अमिताभ यश को मायावती सरकार में मई 2007 में एसएसपी एसटीएफ बनाया गया था। यूपी में सबसे पहले अमिताभ यश ने ददुआ के खिलाफ बुंदेलखंड के जंगलों में अभियान छेड़ा था। अमिताभ यश महीनों अपनी टीम के साथ जंगलों में कैंप करते रहे और जिसका नतीजा था यूपी एसटीएफ ने ददुआ जैसे दुर्दांत डकैतों को मार गिराया था।
बिहार के भोजपुर से आने वाले अमिताभ के पिता राम यश सिंह भी आईपीएस थे। अपनी स्कूली पढ़ाई दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पूरी करने के बाद उन्होंने UPSC की परीक्षा पास की और IPS बने। अमिताभ यश का पहला जिला बतौर कप्तान संतकबीरनगर रहा। यहां 11 महीने सेवाएं देने के बाद वह बाराबंकी महाराजगंज, हरदोई, जालौन, सहारनपुर, सीतापुर, बुलंदशहर, नोएडा और कानपुर में बतौर SP और SSP तैनात रहे। अमिताभ यश ने अपने करियर में 150 से ज्यादा बदमाशों को ढेर किया है। उन्होंने यूपी से मुख्तार और अतीक गैंग के तमाम शार्ट शूटरों को ढेर किया है। उन्होंने प्रदेश के पेपर लीक गैंग से लेकर डार्क वेब से नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले गैंग पर शिकंजा कसा।
कानपुर के कुख्यात बदमाश विकास दुबे और उसके गैंग को भी अमिताभ यश की टीम ने ढेर किया। यूपी का आयुष भर्ती घोटाला, TET पेपर लीक, पशुपालन घोटाला समेत कई बड़े मामलों का खुलासा कर आरोपियों को जेल भेजने का काम भी अमिताभ यश ने किया है। उमेश पाल हत्याकांड में फरार असद अहमद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी STF टीम की तारीफ की है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था पर बड़े स्तर की बैठक भी बुलाई है। CM योगी ने UP STF के साथ साथ DGP, स्पेशल DG कानून व्यवस्था और पूरी टीम की सराहना की। इस एनकाउंटर की जानकारी प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने CM को दी है।