हरियाणा: कौन हैं IAS अशोक खेमका? 30 साल के करियर में 56 बार तबादला, कभी मुख्यमंत्री को भी दी थी HC में चुनौती
IAS Ashok Khemka: आप अक्सर IAS-IPS अधिकारियों के तबादलों की खबरें पढ़ते होंगे, जिन्हें कभी एक विभाग से दूसरे विभाग तो कभी एक शहर से दूसरे शहर नई पोस्टिंग के नाम पर भेज दिया जाता है। लेकिन क्या हरियाणा के उस IAS अधिकारी के बारे में जानते हैं जिनका दो-चार बार नहीं बल्कि 55 बार ट्रांसफर किया जा चुका हो? उनका नाम अशोक खेमका है। पिछले 32 सालों की नौकरी के दौरान उनके 55 बार तबादले हुए हैं। अशोक खेमका भारतीय सिविल सेवा के एक नौकरशाह हैं। वह 1991 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं।
IAS अधिकारी का करियर विवादों और बार-बार तबादलों से चिह्नित रहा है। उनकी आखिरी नई पोस्टिंग अक्टूबर 2021 में हुई थी। 1991-बैच के हरियाणा कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ने 2012 में उस समय विवाद खड़ा कर दिया था जब उन्होंने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े गुरुग्राम के एक जमीन सौदे के म्यूटेशन को रद्द कर दिया था। उत्परिवर्तन भूमि के एक टुकड़े के स्वामित्व को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया का हिस्सा है। गौरतलब है कि पिछले एक दशक के दौरान, उन्हें अक्सर महत्वहीन माने जाने वाले विभागों में तैनात किया गया है। अपने पूरे करियर में, औसतन हर छह महीने में उनका तबादला कर दिया गया।
आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ये तो मैं नहीं बता सकता कि मेरे इतने ट्रांसफर क्यों किए गए। ये तो करने वाली सरकारे ही बता सकती है। हमेशा छोटे विभाग मिलने को लेकर आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने कहा कि मुझे अक्सर ऐसे विभाग दिए जाते है जिसमें सप्ताह में सिर्फ एक घंटे से ज्यादा का काम नहीं होता। जबकि कुछ अधिकारी तो काम के बोझ तले दबे रहते है। खेमका ने कहा शायद मेरी दक्षता में ही कोई कमी रही होगी। वो चाहते है उनके अनुसार काम होना चाहिए चाहे वो जनहित में हो या ना हो इससे फर्फ नहीं पड़ता।