DM के ड्राइवर का बेटा बन गया SDM, पांच नंबर कम पड़ने पर IAS बनने से चूके कल्‍याण सिंह की सक्‍सेस स्‍टोरी

SDM Sanjay Singh Success Story: अब राजा का बेटा ही राजा नहीं बनेगा, जो हकदार होगा वही बनेगा। यह बात महज एक फिल्मी डायलॉग नहीं रह गया है। बहराइच के कल्याण सिंह मौर्या इस कथन के सच्चे उदाहरण बनकर सामने आए हैं। हम बात कर रहे हैं डीएम के ड्राइवर और ड्राइवर के SDM बेटे की। कल्‍याण सिंह यूपीपीसीएस परीक्षा क्लियर करके एसडीएम बन गए हैं। कल्याण सिंह के पिता जवाहर लाल मौर्या उत्तर प्रदेश के बहराइच के जिला कलेक्टर के ड्राइवर है। कल्याण सिंह यूपी पीसीएस में 40वीं रैंक हासिल कर SDM बन गए हैं।

इतना ही नहीं कल्याण सिंह ने डीएम बनने के लिए यूपीएससी का एग्जाम दिया था लेकिन वह इसमें 5 नंबर से चूक गए। अगर कल्याण सिंह के यूपीएससी में 5 नंबर और आ जाते तो वह और बड़े अफसर बन जाते। बहराइच जिले के फखरपुर विकास प्रखंड निवासी जवाहर लाल मौर्य पिछले 35 सालों से बहराइच डीएम के ड्राइवर के पद पर कार्यरत हैं। जवाहर लाल के 4 बच्चे हैं। कल्याण सिंह मौर्या का सेलेक्शन एसडीएम के पद पर हुआ है। बेटे की इस सफलता की खबर सुनकर जवाहर लाल भावुक हो गए।

उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि 5 साल पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था। लेकिन मेरे बेटों को कुछ करने के लिए उसी ने प्रेरित किया था। कल्याण सिंह की शुरुआती पढ़ाई बहराइच के नानपारा में हुई। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से उन्होंने केमिस्ट्री में MSc की। UPSC 2021 में इंटरव्यू राउंड में कल्याण सिंह का सिर्फ 5 नंबर कम होने की वजह से सेलेक्शन नहीं हुआ। लेकिन UP PCS परीक्षा में उन्होंने झंडे गाड़ दिए। पिता के रिटायरमेंट से ठीक पहले बेटे ने पीसीएस परीक्षा पास कर ली। ऐसे में PCS परीक्षा पास करके बेटे ने पिता का सपना पूरा किया।

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