हिमाचल की अफसरशाही में छिड़ा घमासान, सीनियर IAS निशा सिंह ने खोला मोर्चा

हिमाचल की अफसरशाही में घमासान छिड़ गया है। मुख्य सचिव की तैनाती के मामले में 1987 बैच की आईएएस एवं प्रधान सलाहकार (प्रशिक्षण एवं विदेश संबंधी मामले) निशा सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। निशा सिंह ने राज्यपाल से शिकायत कर उनका उपहास करने व उनकी सीनियोरिटी को दरकिनार कर जूनियर को मुख्य सचिव लगाने आरोप लगाया है। निशा ने कहा है कि सीएम के सलाहकारों ने उन्हें पूरी तरह से गुमराह किया है। एडमिनिस्ट्रेशन ने असंवेदनशील, कठोर व अयोग्य रवैया अपनाया है। उन्होंने 5 सितम्बर के मुख्य सचिव के आदेशों को अपमानजनक बता कई सवाल खड़े किए हैं।
आरडी धीमान से सीनियर 1987 बैच की आईएएस निशा सिंह, 1988 बैच के अली रजा रिजवी और 1988 बैच के ही संजय गुप्ता है। अली रजा रिजवी लंबे समय से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं लेकिन निशा सिंह और संजय गुप्ता 14 जुलाई तक बतौर अतिरिक्त मुख्य सचिव महत्वपूर्ण विभागों का जिम्मा संभाल रहे थे। आरडी धीमान को मुख्य सचिव बनाने के बाद तीनों अधिकारियों को अलग अलग विभागों में प्रधान सलाहाकार का जिम्मा दिया गया।