तीन बार फेल होने बाद भी यशनी नागराजन बनीं IAS ऑफिसर
यूपीएससीकी परीक्षा को क्रैक करने के लिए हर कोई हिम्मत नहीं जुटा पाता है, लेकिन जिसने ठान लिया फिर वो आईएएस बनकर ही दम लेता है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं
यूपीएससीकी परीक्षा को क्रैक करने के लिए हर कोई हिम्मत नहीं जुटा पाता है, लेकिन जिसने ठान लिया फिर वो आईएएस बनकर ही दम लेता है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही उम्मीदवारों को सफलता मिलती है। अगर आप भी आईएएस अधिकारी बनने के उद्देश्य से यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आप भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी यशनी नागराजन की सफलता की कहानी को नजरअंदाज नहीं कर सकते।
यशानी नागराजन ने वर्ष 2014 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, युपिया से ईईई में बी.टेक की डिग्री पूरी की है। इसके बाद उन्होंने रिजर्व बैंक में ग्रेड बी अधिकारी के रूप में काम करना शुरू किया। बैंक में पूर्णकालिक नौकरी के साथ-साथ यशनी नागराजन ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। हालांकि वह पहले तीन प्रयासों में असफल रही, लेकिन उन्होंने न केवल अपने चौथे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा टॉपर्स में भी जगह बनाई।
आईएएस यशनी नागराजन बैंक की नौकरी के साथ दिन में 4-5 घंटे पढ़ाई करती थीं। छुट्टियों में वह पढ़ाई के लिए ज्यादा समय निकालती थीं। उनका मानना है कि फुल टाइम जॉब की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को अपना वीकेंड पढ़ाई के लिए रिजर्व कर लेना चाहिए। उनका मानना है कि वैकल्पिक विषय हमेशा अपनी पसंद का ही चुनना चाहिए। उसने दूसरों के कहने पर भूगोल विषय लिया था, जिसके कारण वह अपने शुरुआती प्रयासों में असफल रही।