UPSC Success Story: पिता चलाते थे ऊंटगाड़ी, पटवारी से बने आईपीएस अधिकारी संघर्ष से भरी है प्रेमसुख डेलू की कहानी

IPS Premsukh Delu Success Story: देश के ज्यादातर लोग सरकारी नौकरी का सपना देखते हैं, लेकिन कुछ ही इसे पूरा करने में सफल हो पाते हैं। इसके लिए वे लोग UPSC की परीक्षा की तैयारी करते हैं और एग्जाम पास कर सरकारी अधिकारी बन अपने सपनों को साकार करते हैं। इन्हीं लोगों में से आज हम आपको राजस्थान के एक छोरे की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसके पिता एक किसान हैं। आईपीएस प्रेम सुख डेलू के पिता ऊंटगाड़ी चलाते थे और लोगों का सामान एक जगह से दूसरी जगह ले जाने का काम करते थे। राजस्थान के बीकानेर जिले के निवासी आईपीएस प्रेमसुख डेलू को एक के बाद एक 12 नौकरियां मिली। उनका सेलेक्शन पटवारी से लेकर कांस्टेबल और तहसीलदार जैसे 12 पदों पर हआ। आखिर में उनका यह सफर पूरा हुआ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पर जाकर। वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा क्रैक करके आईपीएस बने।

आईपीएस प्रेमसुख डेलू मूलरूप से राजस्थान के बीकानेर जिले नोखा तहसील के गांव रासीसर के रहने वाले हैं। यहां ऊंट गाड़ी चलाने वाले रामधन डेलू व गृहिणी बुगी देवी के घर 3 अप्रैल 1988 को प्रेमसुख डेलू का जन्म हुआ। प्रेमसुख डेलू चार भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। बड़ा भाई राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल हैं। आईपीएस प्रेम सुख डेलू ने 10वीं तक की पढ़ाई अपने ही गांव के एक सरकारी स्कूल से पूरी की और इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई बीकानेर के सरकारी डूंगर कॉलेज से की। प्रेम सुख डेलू ने इतिहास में MA किया। इसके अलावा उन्होंने गोल्ड मेडल जीता और इतिहास में यूजीसी-नेट और जेआरएफ का एग्जाम भी पास किया।।

प्रेम सुख डेलू ने साल 2010 में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की और इसके बाद पटवारी भर्ती के लिए आवेदन कर एग्जाम पास किया। उन्होंने पटवारी पद पर काम करते-करते मास्टर डिग्री और नेट भी पास किया। अब उन्हें कॉलेज में लेक्चरर की नौकरी मिल गई। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देने का फैसला किया। इसके बाद उनका सेलेक्शन राजस्थान पीसीएस परीक्षा के जरिए तहसीलदार पद पर हुआ। तहसीलदार जैसा बेहद व्यस्तता और जिम्मेदारी भरा पद संभालते हुए भी उन्होंने आईएएस बनने का सपना नहीं छोड़ा। वह ऑफिस ड्यूटी खत्म होने के बाद पढ़ते रहे। आखिरकार साल 2015 में दूसरे प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में कामयाबी मिली। वह आईपीएस बन गए। प्रेमसुख डेलू की ऑल इंडिया रैंक 170 थी। उनकी पहली पोस्टिंग गुजरात के अमरेली जिले में एसीपी के पद पर हुई।

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