ED दफ्तर में पेश हुए IAS राजीव अरुण एक्का, जानिए किन सवालों का करना पड़ रहा है सामना

ED’s interrogation of Rajeev Arun Ekka: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का से सोमवार को ईडी ऑफिस पहुंचे। झारखंड में मनरेगा घोटाला, मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध खनन मामले में ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है। सीनियर आईएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी, साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव से दो बार की पूछताछ के बाद राज्य के सबसे पावरफुल ब्यूरोक्रेट्स रहे सीनियर आईएएस राजीव अरुण एक्का से ईडी की टीम पूछताछ कर रही है।

मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव और गृह विभाग के पूर्व प्रधान सचिव रहे राजीव अरुण एक्का को इसलिए महत्वपूर्ण पद से हटा दिया गया था, क्योंकि उनसे जुड़ा एक वीडियो भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने जारी किया था। जिसके जरिए दावा किया गया था कि वह पावर ब्रोकर विशाल चौधरी के दफ्तर में बैठकर गृह विभाग की फाइलें निपटा रहे थे। सीनियर आईएएस राजीव अरुण एक्का ठीक 11:00 बजे ईडी ऑफिस पहुंचे। ईडी ने उन्हें 15 मार्च को ही बुलाया था, लेकिन बजट सत्र का हवाला देते हुए उन्होंने 24 मार्च तक की अपनी व्यस्तता व्यक्त की थी। इसके बाद ईडी ने उन्हें 27 मार्च का समय दिया था।

आपको बता दें कि पिछले साल सीनियर आईएएस पूजा सिंघल के आवास पर छापेमारी हुई थी। उनके सीए सुमन कुमार के घर से करोड़ों रुपए बरामद हुए थे। इसी कार्रवाई के बाद ईडी ने पावर ब्रोकर विशाल चौधरी के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। सूत्रों का कहना है कि विशाल चौधरी के ठिकानों से कुछ डिजिटल प्रमाण ईडी के हाथ लगे हैं। उसी आधार पर राजीव अरुण एक्का से पूछताछ हो रही है। आईएस राजीव अरुण एक्का से अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ हो रही है। चर्चा है कि विशाल चौधरी के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान ईडी को कई डिजिटल प्रमाण मिले हैं। जिसके कारण आईएएस राजीव अरुण एक्का की मुश्किल बढ़ सकती है।

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