हौसले की उड़ानों ने नही मानी हार, तीन बार फेल होने के बाद यह रैंक हासिल कर बना IAS अधिकारी
IAS SohanLal Success Story: किसी काम के लिए अगर आपका इरादा पक्का है औ मेहनत करने में आप पीछे नहीं हटते तो सफलता आपको जरूर मिलती है। आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उनका नाम सोहन लाल है। सोहनलाल ने कैसे पास की सबसे मुश्किल परीक्षा और क्या थी उनकी रणनीति आइए जानते हैं। राजस्थान के सीकर माधोपुर के रहने वाले सोहन गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता का नाम बनवारीलाल निठारवाल है। जोकि अनाज की मंडी में मजदूरी करते हैं और खेतीबाड़ी करके अपने परिवार का गुजर बसर करते हैं परिवार की आर्थिक स्थिति सही ना होने की वजह से शुरुआत में सोहनलाल को सरकारी स्कूल में ही पढ़ाई करनी पड़ी।
पिता बचपन से ही बेटे को अधिकारी बनता हुआ देखना चाहते थे। यही वजह थी कि उन्होंने सोहन की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। सोहन ने अपनी 10वीं तक की पढ़ाई गांव के ही स्कूल से की इसके बाद वो सीकर में आ गए। यहां उन्होंने 12वीं की पढ़ाई पूरी की। बचपन से ही पढ़ाई में अच्छा होने के कारण सोहनलाल को कभी असफलता नहीं मिली। अपनी बेसिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने आईआईटी की तैयारी करने का विचार किया। साल 2016 में उन्हें IIT दिल्ली में दाखिला मिल गया। इसके बाद उन्होने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का विचार बना लिया था।
सोहनलाल ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने के लिए किसी मंहगी कोचिंग का सहारा नहीं लिया था बल्कि इंटरनेट से मदद ली थी। वे यूट्यूब पर उपलब्ध संबंधित वीडियोज की मदद से पढ़ा करते थे। हर दिन लगभग 8 घंटे पढ़ते थे। सिविल सेवा परीक्षा के दौरान सोहनललाल को एक या दो नहीं बल्कि 3 बार परीक्षा में असफलता मिली थी लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी। वे जुटे रहे। अपनी कमियों पर काम करते रहे। साल 2019 में उन्होंने फिर से यूपीएससी परीक्षा दी। इस बार उनका सपना पूरा हो गया। उन्होंने पूरे देश में यूपीएससी परीक्षा में 681वीं रैंक हासिल कर ना सिर्फ अपना और परिवार का नाम रोशन कर दिया बल्कि अपने गांव का नाम भी रोशन कर दिया। सोहनलाल फिलहाल राजस्थान में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।