केरल का यह शख्स कुली से बना IAS अफसर, रेलवे का वाई-फाई बना वरदान..ये है पूरी कहानी

IAS Officer Sreenath K Success Story: किसी ने सच ही कहा है कि “कौन कहता है कि कामयाबी सिर्फ किस्मत तय करती है, अगर इरादों में दम हो तो मंजिलें खुद-ब-खुद झुका करती हैं।” ऐसे ही कुछ मजबूत इरादे थे एर्नाकुलम स्टेशन पर कुली का काम करने वाले आईएएस ऑफिसर श्रीनाथ के, जिन्होंने अपने घर की जिम्मेदारियों को उठाने के साथ-साथ अपनी किस्मत को भी बखूबी आजमाया और अंत में देश की सबसे कठिन यूपीएससी परीक्षा को पास कर आईएएस ऑफिसर बन गए।
श्रीनाथ केरल में मुन्नार के मूल निवासी हैं, जिन्होंने अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए एर्नाकुलम में कुली के रूप में काम शुरू किया। अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले श्रीनाथ रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के बैग और सामान ले जाने वाले अपने काम के प्रति बेहद समर्पित थे। वह बड़ी संजीदगी से अपना काम किया करते थे। श्रीनाथ जब, 27 साल के नहीं हुए थे, उस वक्त उन्होंने अपनी बेटी के लिए और कड़ी मेहनत करने का फैसला किया। वे चाहते थे, उनकी कम आय की वजह से उनकी बेटी को भविष्य से समझौता न करना पड़े।
श्रीनाथ के पास इतने पैसे नहीं थे कि वे यूपीएससी की तैयारी के लिए किसी भी कोचिंग सेंटर की फीस दे सकें। ऐसे में उनके मन में ये बात आई कि वे बिना कोचिंग के इस कठिन परीक्षा को पास नहीं कर पाएंगे। यही कारण था कि उन्होंने सबसे पहले केरल लोक सेवा आयोग की परीक्षा देने का मन बनाया। उनकी इस कठिन राह को रेलवे स्टेशन पर लगे फ्री वाई-फाई ने आसान बना दिया। उन्होंने स्टेशन पर लगे फ्री वाई-फाई से पढ़ाई शुरू कर दी।
यह फ्री वाई-फाई श्रीनाथ के लिए किसी वरदान से कम नहीं था। वह यहां कुली का काम करते थे और जब-जब उन्हें समय मिलता था वे परीक्षा की तैयारी करने लगते थे। सच्ची लगन और मेहनत के जरिए श्रीनाथ ने केरल लोक सेवा आयोग की पीरक्षा पास कर ली। इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद श्रीनाथ के मन में यह ख्याल आया कि वे रेलवे के फ्री वाई-फाई की मदद और अपनी सच्ची लगन के जरिए यूपीएससी की परीक्षा भी पास कर सकते हैं। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और साथ ही यही परीक्षा पास भी कर ली। उन्होंने बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी की परीक्षा पास कर एक मिसाल कायम कर दी है।