बेटी IAS बने इसलिए मां ने छोड़ी नौकरी, 4 साल ऑन नहीं किया टीवी
भोपाल में रहने वाली जागृति अवस्थी के माता-पिता को 24 सितंबर 2021 की शाम को जब पता चला… कि उनकी बेटी ने UPSC 2020 में दूसरा स्थान हासिल किया है
भोपाल में रहने वाली जागृति अवस्थी के माता-पिता को 24 सितंबर 2021 की शाम को जब पता चला… कि उनकी बेटी ने UPSC 2020 में दूसरा स्थान हासिल किया है… तो उन्हें लगा कि वो कोई सपना देख रहे हैं… उन्हें ये तो उम्मीद थी उनकी बेटी इस परीक्षा में सफलता हासिल कर लेगी… लेकिन महिला उम्मीदवारों में टॉप और ओवरऑल दूसरा स्थान हासिल करेगी… ऐसा उन्होंने नहीं सोचा था… जिस तरह से जागृति ने इस परीक्षा के लिए तैयारी की… उसे देखते हुए उनका सेकेंड टॉपर बन जाना हैरान नहीं करता… जागृति ने पूरी लगन, मेहनत और ईमानदारी के साथ इस परीक्षा के लिए दिन रात एक कर दिया… एक महीने का समय तो केवल सिलेबस और पेपर समझने में ही लगाया
साल 2019 में जागृति ने अफसर बनने के सपने को पूरा करने की ठान ली… और दिल्ली के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन ले लिया… हालांकि कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान उन्हें भोपाल लौटना पड़ा… लेकिन उनकी पढ़ाई नहीं रुकी… जागृति ने ऑनलाइन क्लासेज कीं… 2020 के फाइनल रिजल्ट में लड़कियों का दबदबा रहा… कुल 761 सफल अभ्यर्थियों में 216 बेटियों ने अपना परचम लहराया… इसमें पहला नंबर बिहार के शुभम कुमार ने पाया… लेकिन ऑल इंडिया रैंकिंग में दूसरा नंबर रहा भोपाल की जागृति अवस्थी का… महिला उम्मीदवारों में जागृति अवस्थी ने टॉप किया… जागृति ने वैकल्पिक विषय के तौर पर समाजशास्त्र के साथ परीक्षा पास की… उनकी सफलता कई मायनों में खास है
आईएएस बनने के लिए जागृति ने इंजीनियरिंग छोड़ी तो उनके माता पिता ने भी बहुत कुछ पीछे छोड़ दिया… मां ने बेटी की मदद के लिए टीचर की नौकरी छोड़ी… तो घर पर चार सालों से टीवी को ऑन भी नहीं किया गया… ये सारे बलिदान जागृति को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते रहे… पहले प्रयास में जागृति प्रीलिम्स भी पास नहीं हो सकी थीं… लेकिन उन्होंने दृढ़ निश्चय किया और दूसरे प्रयास में टॉपर बन गईं