IAS शैलबाला मार्टिन ने अपने ही धर्म के खिलाफ खोला मोर्चा, बोली- ‘सफेद चोगे’ वाले चर्च को बदनाम कर रहे

56 साल की उम्र में शादी करके चर्चा में आईं आईएएस शैलबाला मार्टिन एक बार फिर चर्चा में हैं। आईएएस शैलबाला मार्टिन ने अपने ही ईसाई समाज के धर्म गुरुओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा है कि धर्म गुरुओं की वजह से ईसाई समाज बदनाम हो रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि आजकल चर्च के पादरियों और ईसाई समाज के उच्च धर्माधिकारियों के खिलाफ खूब छापे पड़ रहे हैं। ऐसे लोगों की वजह से समाज बदनाम हो रहा है। ये धर्मगुरु ईसाइयों को नीचा देखने पर मजबूर कर रहे हैं। ये धर्म की आड़ में चर्च की जमीनों का सौदा कर रहे हैं।
मार्टिन ने नागपुर में बर्खास्त बिशप पीसी सिंह के आवास और कार्यालयों में ईडी की कार्रवाई और इसके पहले आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा छापेमारी को लेकर यह सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि इससे समाज का सिर शर्म से झुक गया है। यीशु के नाम पर कुछ लोग अपनी दुकानें चला रहे हैं। शैलबाला ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि सफेद चोंगा पहनने वाले धर्म गुरुओं ने चर्च को डाकुओं के छिपने की जगह बना दिया है। ईसाइयो जागो! धर्म के नाम पर धंधा करने वालों को पहचानो। समाज की संस्थाएं घिनौने षड्यंत्रों से गुलजार हो रही हैं। ईसा मसीह के नाम पर कुछ लोग अपनी दुकानें चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि धर्म गुरु के यहां छापे पड़ रहे हैं। उनके पास से बेहिसाब संपत्ति मिल रही है और वो जेल जा रहे हैं। ये बहुत गलत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनका पोस्ट पढ़कर समाज के लोग जागरूक होंगे। बता दे, शैलबाला राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी हैं। वे 2009 में आईएएस बनीं और फिलहाल सामान्य प्रशासन विभाग में एडिशनल सेक्रेटरी हैं। वे निवाड़ी की कलेक्टर और बुरहानपुर नगर निगम की कमिश्नर रह चुकी हैं।